Home » Uttarakhand Latest » जोशीमठ के नीचे जड़ पर बाईपास सड़क का कार्य लोगों के तमाम विरोध के बावजूद जारी है। 

जोशीमठ के नीचे जड़ पर बाईपास सड़क का कार्य लोगों के तमाम विरोध के बावजूद जारी है। 

जोशीमठ के नीचे जड़ पर बाईपास सड़क का कार्य लोगों के तमाम विरोध के बावजूद जारी है।  फोटो में साफ दिख रहा है।  जहां सड़क कटिंग का कार्य चल रहा है। वहां अटकी चट्टानें कभी भी नीचे आ सकती हैं। 

इसके उपर लोगों की रिहायश है। घर हैं जो खतरे में आ गए हैं । इसके साथ ही इन चट्टानों के नीचे आने से एक नया भूस्खलन सक्रीय हो जायेगा जो ऊपर नगर के अस्तित्व के लिए खतरा बनेगा । यहां से उपर बस्ती पहले ही भू धंसाव के चलते खतरे में है ।

Related posts:

ओम पर्वत से पहली बार बर्फ गायब | For the first time snow disappeared from Om Parvat।

Culture

मिलिये हल्द्वानी की महिला ऑटो चालक "भावना" से। उत्तराखंड में स्वरोजगार की ओर बढ़ते कदम।

Uttarakhand Latest

Pulga Paradise, Parvati Valley, Uttarakhand.

Uttarakhand Tourism

पौड़ी गढ़वाल के एकेश्वर क्षेत्र में युवाओं ने बागवानी को अपनाकर स्वरोजगार की दिशा में बढ़ाया कदम।

Uttarakhand Latest

80 वर्षीय धनी राम ने उत्तराखंड की पुरानी मशहूर हस्तशिल्प कला को बचाए रखा है। 80-year-old Dhani Ram h...

Culture

20-25 वर्षों से बंजर पड़े खेतों में सेब और कीवी के बाग़ान रोपने वाले विमल नौटियाल।

Uttarakhand Latest

वरुण बडोला (Varun Badola) अपने एक इंटरव्यू में कहते सुनाई दिए कि "पहाड़ी तो मैं पूरा हूँ।"

Uttarakhand Latest

उत्तराखंड की पहली महिला रेलवे असिस्टेंट लोको पायलेट अंजलि शाह। अंजलि पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल निवासी...

Uttarakhand Latest

सौड़ गांव उत्तराखंड के टिहरी जिले में कौड़िया रेंज, जाड़ीपानी के निकट, कनाताल के पास स्थित है।

Our Village
यह भी पढ़िये :-  दरमानी लाल 65 वर्षीय चमोली की बंड पट्टी के किरूली गांव से है जो रिंगाल के रेशों से उत्पाद बनाते हैं।

About

नमस्कार दोस्तों ! 🙏 में अजय गौड़ 🙋 (ऐड्मिन मेरुमुलुक.कॉम) आपका हार्दिक स्वागत 🙏 करता हूँ हमारे इस अनलाइन पहाड़ी 🗻पोर्टल💻पर। इस वेब पोर्टल को बनाने का मुख्य उद्देश्य 🧏🏼‍♀️ अपने गढ़ समाज को एक साथ जोड़ना 🫶🏽 तथा सभी गढ़ वासियों चाहे वह उत्तराखंड 🏔 मे रह रहा हो या परदेस 🌉 मे रह रहा हो सभी के विचारों और प्रश्नों/उत्तरों 🌀को एक दूसरे तक पहुचना 📶 और अपने गढ़वाली और कुमाऊनी संस्कृति 🕉 को बढ़ाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*