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उत्तराखंड मैं पुराने समय के परम्परागत भवन उन्नत इंजीनियरिंग। Traditional House of Uttarakhand.

उत्तराखंड मैं पुराने समय के परम्परागत भवन उन्नत इंजीनियरिंग की मिसाल पेश करते है, यह भवन पौड़ी जिले मे स्थित है । Traditional House of Uttarakhand.

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बागेश्वर जिले के बिजोरिया ग्राम निवासी श्री इन्द्र सिंह धामी जी द्वारा चीड़ के पेड़ के तने से गागर (गगेरी) व हुड़का बनाया गया है।

बागेश्वर जिले के बिजोरिया ग्राम निवासी श्री इन्द्र सिंह धामी जी द्वारा चीड़ के पेड़ के तने से गागर (गगेरी) व हुड़का बनाया गया है।

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ये हैं विनोद घिल्डियाल से जिन्होंने उत्तराखंड में  पशुओं के लिए हरा चारा उगाने पर काम किया और सफल भी रहे।

उत्तराखंड तभी तरक्की करेगा जब हम खुद कुछ करेंगे, ये है उत्तराखंड कीर्तिनगर ब्लॉक के अमरोली गांव (मालू पानी) निवासी विनोद घिल्डियाल जी। पहले उन्होंने पशुओं के लिए हरा चारा उगाने पर काम किया और सफल भी रहे। अब वे मालू पत्तों से पत्तल,दोनें आदि...

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ये वीरान पड़े खुबसूरत घर इस बात के गवाह हैं कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी वाकई में पहाड़ों के बिल्कुल काम नहीं आती।

सुख हो लेकिन शांति न हो तो समझना कि आप सुविधा को गलती से सुख समझ रहें हैं। ये वीरान पड़े खुबसूरत घर इस बात के गवाह हैं कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी वाकई में पहाड़ों के बिल्कुल काम नहीं आती। बेहतर...

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एक दौर था जब खेतों मे क्रिकेट मैच खेले जाते थे गांव का किसी का भी अच्छी लोकेशन पर खेत चुनते थे।

कुछ बचपन की यादें।एक दौर था जब खेतों मे क्रिकेट मैच खेले जाते थे गांव का किसी का भी अच्छी लोकेशन पर खेत चुनते थे तथा परमानेंट हर वर्ष जब यह खेती कटाई हो जाती थी तब पिच बनाई जाती हे सीजन मे खूब खूब...

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ब्रह्मकमल पुष्प, छिपला केदार, मुनस्यारी। ब्रह्म कमल उत्तराखंड का राज्य पुष्प है। 

ब्रह्म कमल का पौधा घर में लगाना बेहद ही शुभ बताया गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस घर में ये पौधा होता है वहां हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। मान्यताओं के अनुसार इस फूल में मां लक्ष्मी का वास होता है एक लाइक तो...

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पहाड़ में कई बुजुर्गों की जिंदगी की सच्चाई है। This is the truth of the lives of many elderly people in the mountains.

तुमरी खुद अब कै तैं नि लगणीं तुम खुदेणां छां त खुदे ल्या। गढ़रत्न नेगी जी के महान गीत की ये पंक्तियां एकदम पहाड़ में कई बुजुर्गों की जिंदगी की सच्चाई है।

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एक जमाना था जब सांझ होते ही सब के द्वार पर किरोसीन वाला लालटेन टंगा रहता था।

एक जमाना था जब सांझ होते ही सब के दुआर पर किरोसीन वाला लालटेन टंगा रहता था अब तो 20घंटे से अधिक बिजली रहती है। आखिरी बार आपने लालटेन कब इस्तेमाल किया था?

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