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चितकुल, किन्नौर – हिमाचल प्रदेश में सर्दियों का जादू। 


चितकुल, किन्नौर जिले का एक खूबसूरत गांव है, जो सर्दियों में बर्फ से ढकी पर्वत चोटियों और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। ये गांव देश के अंतिम बसे हुए गांवों में से एक है, जो भारत-तिब्बत सीमा के नजदीक स्थित है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, बर्फीली वादियां और शांतिपूर्ण माहौल आपको सर्दियों में एक अलग ही अनुभव देते हैं।

सर्दियों में चितकुल:
कहीं से जादुई बर्फबारी का अनुभव: सर्दी के मौसम में चितकुल बर्फ से ढक जाता है, जिससे यह और भी खूबसूरत लगने लगता है।

कम सैलानी: सर्दियों में भीड़-भाड़ कम होती है, जिससे आपको एकांत में प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करने का पूरा मौका मिलता है।

अद्भुत दृश्य: बर्फ से ढकी पहाड़ियां, सफेद चादर से सजी सड़कें और शीतल हवाएं आपको एक स्वप्निल दुनिया में ले जाती हैं।

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चितकुल कैसे पहुँचें?

हवाई मार्ग: सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है “जोगिंदरनगर एयरपोर्ट” (जॉली ग्रांट)। इसके बाद सड़क मार्ग से चितकुल तक पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग: सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन रिकॉन्ग पेओ है, जहां से टैक्सी या बस के जरिए चितकुल पहुंचा जा सकता है।

सड़क मार्ग: चितकुल सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। दिल्ली या शिमला से, आपको रिकॉन्ग पेओ तक बस से आना होता है, फिर वहां से चितकुल तक टैक्सी या निजी वाहन ले सकते हैं।

यात्रा का सबसे अच्छा समय: दिसंबर से फरवरी तक का समय सर्दियों के अनुभव के लिए सबसे उपयुक्त होता है, जब बर्फबारी चरम पर होती है।

यदि आप हिमाचल के शांतिपूर्ण और अलौकिक सौंदर्य का अनुभव करना चाहते हैं, तो सर्दियों में चितकुल जरूर जाएं। यह यात्रा आपकी जिंदगी का सबसे अविस्मरणीय अनुभव बन सकती है!

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