Home » Uttarakhand Tourism » यह है “पहाड़ी डाई फ्रूट” जिसे छीउनता भी कहा जाता है।

यह है “पहाड़ी डाई फ्रूट” जिसे छीउनता भी कहा जाता है।

यह है “पहाड़ी डाई फ्रूट” जिसे छीउनता भी कहा जाता है। यह चीड़ के फल से बीज के रूप मे सारे जुंगलों मे फहल जाते है। इनके साथ यह पंख इन्हें जुंगलों मे दूर दूर तक फहल पर मदद करते है। यह हवा के साथ साथ दूर दूर तक चीड़ के जंगल बसाते जाते है। 

Related posts:

औली, उत्तराखंड के चमोली ज़िले में स्थित एक हिल स्टेशन। Auli, a hill station in Chamoli district of U...

Uttarakhand Tourism

गांव मरोड़ा, टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड। Village Marora, Tehri Garhwal, Uttarakhand.

Tehri

उत्तराखंड के जिला अल्मोड़ा के रानीखेत से कुछ दूर पागसा गाँव में स्थित यह तीन मंजिला पारम्परिक मकान।

Our Village

"नया नौ दिन पुराना सौ दिन" उत्तराखंड के ये मकान आज भी समय की मार से बचे हुए है।

Culture

खेला गांव, धारचूला, पिथौरागढ़, उत्तराखंड | Khela Village, Dharchula, Pithoragarh, Uttarakhand

Uttarakhand Tourism

उज्याडी गाँव पट्टी गगवाड़स्यू, पौडी गढ़वाल, उत्तराखंड। Ujyadi Village Patti Gagwadasyu, Pauri Garhwal,...

Our Village

देश को बिजली और पानी देने वाली टिहरी बांध की इस झील के लिए टिहरी के लोगों ने बड़ा योगदान दिया है।

Uttarakhand Tourism

रुद्रप्रयाग के त्रियुगीनारायण गांव की प्रियंका योगी तिवारी उत्तराखंड के पहाड़ों की सबसे मशहूर ब्लॉगर

Uttarakhand Tourism

यह टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड का दृश्य है टिहरी झील के चारों ओर का।

Uttarakhand Tourism
यह भी पढ़िये :-  मुनस्यारी के लिए कितने दिन काफी हैं? How many days are enough for Munsiyari?

About

नमस्कार दोस्तों ! 🙏 में अजय गौड़ 🙋 (ऐड्मिन मेरुमुलुक.कॉम) आपका हार्दिक स्वागत 🙏 करता हूँ हमारे इस अनलाइन पहाड़ी 🗻पोर्टल💻पर। इस वेब पोर्टल को बनाने का मुख्य उद्देश्य 🧏🏼‍♀️ अपने गढ़ समाज को एक साथ जोड़ना 🫶🏽 तथा सभी गढ़ वासियों चाहे वह उत्तराखंड 🏔 मे रह रहा हो या परदेस 🌉 मे रह रहा हो सभी के विचारों और प्रश्नों/उत्तरों 🌀को एक दूसरे तक पहुचना 📶 और अपने गढ़वाली और कुमाऊनी संस्कृति 🕉 को बढ़ाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*