Home » Uttarakhand Latest » चीकू के फलों के बीजों को पीसकर चूर्ण बनाकर खाने से गुर्दे की पथरी यूरिन के रास्ते निकल जाती है तथा गुर्दे के रोगों का भी खतरा कम होता है।

चीकू के फलों के बीजों को पीसकर चूर्ण बनाकर खाने से गुर्दे की पथरी यूरिन के रास्ते निकल जाती है तथा गुर्दे के रोगों का भी खतरा कम होता है।

चीकू के फलों के बीजों को पीसकर चूर्ण बनाकर खाने से गुर्दे की पथरी यूरिन के रास्ते निकल जाती है तथा गुर्दे के रोगों का भी खतरा कम होता है। By grinding the seeds of Sapodilla fruit and making powder and consuming it, kidney stones are removed through urine and the risk of kidney diseases also reduces.

Related posts:

धनोल्टी उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन जहां प्राकृतिक की सुंदरता और ...

Uttarakhand Tourism

पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत। Read the truth about rock salt.

Uttarakhand Latest

ये हैं पौड़ी गढ़वाल के चौंदकोट क्वीई गाँव की नूतन पंत पहाड़ों में मशरुम उत्पादन, सब्जी उत्पादन, आदि ...

Culture

ना फिल्टर का शोर, ना ब्रांड का मोल। बस पहाड़ों का पानी प्रकृति की सबसे अनमोल देन।

Culture

वरुण बडोला (Varun Badola) अपने एक इंटरव्यू में कहते सुनाई दिए कि "पहाड़ी तो मैं पूरा हूँ।"

Uttarakhand Latest

लैंटाना की झड़ी जो मच्छरों को प्रतिकर्षित और कीट नाशक का काम भी करती है।

Agriculture

साइकिल से दुनिया नापने निकले उत्तराखंड के प्रदीप राणा, 24 साल की उम्र में कर चुके 14 देशों की यात्रा...

Uttarakhand Latest

नैनीताल के ज्योलिकोट से भवाली मार्ग पर क्षेत्रीय युवाओं के द्वारा एक आधुनिक फ़ूड इंजन वेन को रोजगार स...

Uttarakhand Latest

तांबे के ये कारीगर बागेश्वर तहसील के अन्तर्गत मल्ली व तल्ली खरे के बीस गाँवों में परम्परागत तांबे के...

Culture
यह भी पढ़िये :-  पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड में दो जनपद के मुख्यालय एक साथ।

About

नमस्कार दोस्तों ! 🙏 में अजय गौड़ 🙋 (ऐड्मिन मेरुमुलुक.कॉम) आपका हार्दिक स्वागत 🙏 करता हूँ हमारे इस अनलाइन पहाड़ी 🗻पोर्टल💻पर। इस वेब पोर्टल को बनाने का मुख्य उद्देश्य 🧏🏼‍♀️ अपने गढ़ समाज को एक साथ जोड़ना 🫶🏽 तथा सभी गढ़ वासियों चाहे वह उत्तराखंड 🏔 मे रह रहा हो या परदेस 🌉 मे रह रहा हो सभी के विचारों और प्रश्नों/उत्तरों 🌀को एक दूसरे तक पहुचना 📶 और अपने गढ़वाली और कुमाऊनी संस्कृति 🕉 को बढ़ाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.