Home » Culture » वरुण बडोला (Varun Badola) अपने एक इंटरव्यू में कहते सुनाई दिए कि “पहाड़ी तो मैं पूरा हूँ।”

वरुण बडोला (Varun Badola) अपने एक इंटरव्यू में कहते सुनाई दिए कि “पहाड़ी तो मैं पूरा हूँ।”

सुप्रसिद्ध अभिनेता वरुण बडोला के ये शब्द हम सबको गौरान्वित करने वाले हैं। अपने गढ़वाल का दुर्भाग्य यह रहा है कि यहाँ की खान से निकलने वाले हीरे जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर की छवि बनाते हैं, तब उनके मुंह से ये सुनने को कान बेताब रहते हैं कि वे कभी तो ये बोल दें कि वे उत्तराखंड के कुमाऊ या गढ़वाल रीजन के पहाड़ी हैं। मैंने बहुत से ऐसे लीजेंड को सुना तो वे कहते सुनाई देते हैं.. हाँ मेरे दादाजी लोग कभी पहाड़ में रहा करते थे।

वरुण बडोला सिर्फ अपने को पहाड़ का होना ही नहीं बताते बल्कि उस पर बड़ा गर्व भी करते हैं। और तो और वरुण कोटद्वार में मालवीय उद्यान स्थित अपने घर पहुँचने का रास्ता तक बताते हैं। साथ ही वह अपने फार्म हॉउस की बात भी करते हैं और कोटद्वार में बसने से पूर्व पौड़ी गढ़वाल के अपने पूर्वजों के पैतृक गाँव ठंठोली की भी।
आपको हैट्स ऑफ़ वरुण बडोला जी।

यह भी पढ़िये :-  पंत भोजनालय कोसनी - यहाँ आपको प्यार और आदर्श को मिलावट करके खाना दिया जाता है।

Related posts:

तीन मंजिला मकानों की कतारों को कुमाऊं में बाखली कहा जाता है। Rows of three-storey houses are called ...

Culture

उत्तराखंड में हिमपात होने के कारण पठाल के ढालदार मकान बनाए जाते हैं।

Culture

बाल मिठाई अल्मोड़ा उत्तराखंड की बहुत स्वादिष्ट मिठाई है और बच्चों में भी बहुत लोकप्रिय है।

Culture

उत्तराखंड की मातृ शक्ति द्वारा मंडुए से कई उत्पाद को ग्लोबल बनाने कार्य किया जा रहा है।

Uttarakhand Latest

1858 में  लंढौर मसूरी का रंगीन स्केच। पेंटिंग पर लिखा है 'लंढौर हाउस'। Colour sketch of Landour, Mus...

Culture

ग्राम बंगाली, पंचायत चौरा विकासखंड थैलिसैण जनपद पौड़ी गढ़वाल में झँगोरा, मंडुआ एवं धान की फसल

Culture

भारतीय सेना का काफिला तिब्बत सीमा से वापस धारचूला की तरफ जाते हुए।

Uttarakhand Latest

बागेश्वर जिले के बिजोरिया ग्राम निवासी श्री इन्द्र सिंह धामी जी द्वारा चीड़ के पेड़ के तने से गागर (...

Culture

पहाड़ों में पिंगली लाल ककड़ियाँ खाने का भी एक अपना आनंद है मित्रों।

Culture

About

नमस्कार दोस्तों ! 🙏 में अजय गौड़ 🙋 (ऐड्मिन मेरुमुलुक.कॉम) आपका हार्दिक स्वागत 🙏 करता हूँ हमारे इस अनलाइन पहाड़ी 🗻पोर्टल💻पर। इस वेब पोर्टल को बनाने का मुख्य उद्देश्य 🧏🏼‍♀️ अपने गढ़ समाज को एक साथ जोड़ना 🫶🏽 तथा सभी गढ़ वासियों चाहे वह उत्तराखंड 🏔 मे रह रहा हो या परदेस 🌉 मे रह रहा हो सभी के विचारों और प्रश्नों/उत्तरों 🌀को एक दूसरे तक पहुचना 📶 और अपने गढ़वाली और कुमाऊनी संस्कृति 🕉 को बढ़ाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*