प्रकृति की शक्तियों का एक अद्भुत नमूना, जोसिमठ के पास चूंगी में खड़ा यह विशाल पत्थर मानो सदियों से पहाड़ों की कहानियों को अपने भीतर समेटे हुए है। ये पत्थर न सिर्फ देखने में अद्वितीय है, बल्कि यह हमें प्रकृति की अप्रत्याशितता का भी एहसास दिलाता है। भूस्खलन की वजह से अक्सर इस क्षेत्र में अस्थिरता महसूस की जाती है, लेकिन यह पत्थर जैसे हमें हिमालय के अद्वितीय और रहस्यमयी सौंदर्य की याद दिलाता है।

यह पत्थर इस बात का प्रतीक है कि हम प्रकृति के सामने कितने छोटे हैं। इसे देखते हुए, हमें हमेशा अपनी धरती और पर्यावरण को संरक्षित करने की प्रेरणा मिलती है।
Related posts:
मचान रिज़ॉर्ट, टेडा गांव, रामनगर उत्तराखंड, जिम कॉर्बेट। Machan Resort, Teda Village, Ramnagar uttar...
Uttarakhand Tourism
Green Road "हरी सड़क उत्तराखंड की" यह तकनीक उत्तराखंड से बाहर नहीं जानी चाहिये ।
Pauri
रुद्रप्रयाग के त्रियुगीनारायण गांव की प्रियंका योगी तिवारी उत्तराखंड के पहाड़ों की सबसे मशहूर ब्लॉगर
Uttarakhand Tourism
मोहान में नदी कोर्बेट के पास कैंपिंग और कॉटज दोनों का आनंद।
Uttarakhand Tourism
पिथौरागढ़ के धारचूला ब्लॉक में स्थित तेजम गांव के पास एक पुल पर दो विदेशी यात्री।
Uttarakhand Tourism
"कालागढ़" जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान का अनछुआ हिस्सा। "Kalagarh" untouched part of Jim Corbett Nati...
Uttarakhand Tourism
बिल्जु जोहार वैली मुनस्यारी उत्तराखंड। Bilju Johar Valley Munsiyari Uttarakhand.
Uttarakhand Tourism
खेला गांव, धारचूला, पिथौरागढ़, उत्तराखंड | Khela Village, Dharchula, Pithoragarh, Uttarakhand
Uttarakhand Tourism
हरिद्वार में स्थित प्रसिद्ध कढ़ी चावल के स्टॉल पर सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ लग जाती है।
Uttarakhand Tourism