आराम से बैठकर खाने का यह एक अच्छा तरीका है इस तरह भोजन करने का आनंद ही कुछ और है।
देवभूमि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पाबो ब्लॉक मे स्थित ग्राम सभा ताल का बेहद ही खूबसूरत नजारा।
देवभूमि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पाबो ब्लॉक मे स्थित ग्राम सभा ताल का बेहद ही खूबसूरत नजारा।
रिंगाल मेन राजेन्द्र बडवाल की बेजोड हस्तशिल्प कला, रिंगाल से बनाया उत्तराखंड का राज्य पक्षी मोनाल।
गौरतलब है कि सीमांत जनपद चमोली के दशोली ब्लॉक के किरूली गांव निवासी राजेंद्र बडवाल रिंगाल का मोनाल पक्षी। रिंगाल मेन राजेन्द्र बडवाल की बेजोड हस्तशिल्प कला, रिंगाल से बनाया उत्तराखंड का राज्य पक्षी मोनाल।
फ्लाइंग गर्ल’ भागीरथी पहाड़ की पगडंडियों से हैदराबाद के मैदान तक मनाया अपनी प्रतिभा का लोहा।
हर साल भारत में 29 अगस्त का दिन राष्ट्रीय खेल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। खेल दिवस पर आज बात पहाड़ की एक होनहार प्रतिभाशाली खिलाड़ी की, जिसने पहाड़ की कंदराओं में अपने सुनहरे भविष्य की उम्मीदों का ख्वाब बुना। पहाड़ जैसी विषम...
डोबरा चांठी पुल टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड🙏
डोबरा चांठी पुल टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड🙏 उत्तराखंड में एक ही पुल है यह इस तरह का, जिस पर लोग दूर-दूर से आकर फोटो खिंचवाते हैं और रात को इसमें रंग बिरंगी लाइट जलती है।
हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा | Haar nahi Manunga Rar nahi Thanunga.
अपने जीवन की जंग हारने के बाद भी हार नहीं मानी, और यह कटा हुआ पेड़ बता रहा है कि पहले से ज्यादा अपने सिर पर बोझ लेकर के भी “मैं जीवित हूं”
पातलथॏड़,मुनस्यारी। Patal Tod Munsiyari Uttarakhand.
पातलथॏड़,मुनस्यारी। Patal Tod Munsiyari Uttarakhand
पलायन रहित गांव, मक्के की खेती के लिए प्रसिद्ध, तोल्यूडांडा, विकासखंड- रिखणीखाल, पौड़ी गढ़वाल।
ग्राम – तोल्यूडांडा, विकासखंड- रिखणीखाल, जनपद- पौड़ी गढ़वाल। यह गांव सीमांत में बसा है जिसमें आज भी 100 से 120 परिवार रहते है और पूरे क्षेत्र में मक्के की खेती के लिए प्रसिद्ध हैं। पलायन रहित गांव।
श्रीनगर का प्राचीन शहर निरंतर बदलाव के बाद भी अपने अस्तित्व को बचाये रखा है
पौराणिक काल से ही उत्तराखंड राज्य स्थित श्रीनगर का प्राचीन शहर, जो बद्रीनाथ के मार्ग में स्थित है, निरंतर बदलाव के बाद भी अपने अस्तित्व को बचाये रखा है। श्रीपुर या श्रीक्षेत्र उसके बाद नगर के बदलाव सहित श्रीनगर, टिहरी के अस्तित्व में आने से...
कोदियाबगढ़ बने देश की ग्रीष्म ऋतु राजधानी, नेहरु ने जारी किए सर्वे के लिए 5000 रुपये
विधानसभा भराड़ीसैंण लगभग 8000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो वाकई एक रत्न है। इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता यहां आने वाले पर्यटकों का स्वागत करने वाले सुहावने मौसम से और भी बढ़ जाती है। बर्फ की चादर से ढकी राजसी दूधातोली पहाड़ियां सूरज...