बेहद खूबसूरत है मेरा शहर पौड़ी। लेकिन बेहद बदसूरत हो गई है यहाँ की कार्य संस्कृति! यहाँ अब लगभग 95 प्रतिशत किरायेदार रहते हैं और 05 प्रतिशत मकान मालिक। 95 प्रतिशत मकान मालिक अब देहरादून वासी हो गए हैं।
बेडू के पेड़ का 24 cm चौड़ा पत्ता।
मैंने बेडू का इतना बड़ा पत्ता इससे पहले कभी नहीं देखा। यह लगभग तिमला या मालू के पत्ते जितना बड़ा है। यह नई टिहरी में एक पुश्ते पर उग आया है। द दिला दूं कि केदारनाथ पर आगे की पोस्ट आप आज नहीं, कल पढ़...
यही हैं बेडू। उत्तराखंड के बेहतरीन बेडू 250.00 किलो तक बिकता है ।
यही हैं बेडू ध्यान से देख लीजिए। इनकी ही चर्चा हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने अपने मन की बात में कल रविवार को की थी। उत्तराखंड के बेहतरीन बेडू 250.00 किलो। आयुर्वेद शास्त्रों के अनुसार यह बहुत पौष्टिक होता है साथ ही कई...
हैदराबाद मैराथन 2024 में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली भागीरथी बिष्ट, चमोली जिले की पहली महिला एथलीट बनी।
उत्तराखंड : चमोली जिले की भागीरथी बिष्ट ने हैदराबाद मैराथन 2024 में तीसरा स्थान प्राप्त करके अपने गांव वाण और चमोली जिले का नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि से उनके परिवार और क्षेत्र में खुशी का माहौल है। भागीरथी के कोच सुनील शर्मा ने...
हमारे बुजर्गो ने ऐसे घर मे अपना जीवन यापन किया है।
हमारे बुजर्गो ने ऐसे घर मे अपना जीवन यापन किया है। देखकर ही लगता है कितना शांत और प्यारा समय रहा होगा।मकान कच्चे थे लेकिन लोग और रिश्तो मे अपनापन और ईमानदारी थी।
बरोट वैली के मशहूर आलू। Famous Potatoes of Barot Valley Uttarakhand.
मंडी जिला के चौहार घाटी का मशहूर बरोट का आलू की मांग अन्य राज्यों में सबसे अधिक सब्जी उत्पादन के लिए महशूर चौहार घाटी में आलू की नगदी फसल तैयार हो गई है जिसे किसानों द्वारा बिक्री के लिए खेतों से निकालना शुरू कर दिया...
Kotgi Village, Khirsu, Pauri Garhwal
Kotgi Village, Khirsu, Pauri Garhwal
सुनो! मैं केदारनाथ बोल रहा हूं।
2013 की आपदा के बाद भी तुम्हारी अक्ल ठिकाने पर नहीं आई । इसके बाद भी मेरे धाम में जिस तरह से भारी निर्माण और धमाचौकड़ी कर रहे हो, बिना बुलाए इस साल भारी भीड़ पहुंच गई, उससे मेरे इस धाम को भारी खतरे की...
छांतेश्वर महादेव यह मनोहारी स्थान कर्णप्रयाग से लगभग 25 किलोमीटेर दूर स्थित है।
छांतेश्वर महादेव Chanteshwar Mahadev यह अनुपम और मनोहारी स्थान ‘कर्णप्रयाग’ से पक्के मोटरमार्ग द्वारा चलकर लगभग 25 कि.मीटर दूर पट्टी ‘करपूर मंडल’ (कपीरी) में ग्राम ‘कंडारा’ के निकट स्थित है! ‘छांती’ कपीरी क्षेत्र का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर है! इसी शिखर पर विराजते हैं- ‘छांतेश्वर...
“स्वाला” भूतों वाला गांव उत्तराखंड के चंपावत जिले में इसे भूतिया गांव के नाम से जाना जाता है।
यह भूतों वाला गांव उत्तराखंड के चंपावत जिले में बसा हुआ है। चंपावत जिले में बसे इस भूतिया गांव का नाम ‘स्वाला’।