1868: यह यमुनोत्री घाटी के ग्रामीणों की सबसे पुरानी तस्वीरों में से एक है। 1868 में देहरादून में खींची गई इस तस्वीर में दो ग्रामीण अपने पारंपरिक कपड़ों में दिखाई दे रहे हैं। वे खेतों में काम करते थे। यह तस्वीर पीपुल ऑफ इंडिया पुस्तक...
देवभूमि उत्तराखंड की उभरती हुई नन्ही बाल गायिका शगुन उनियाल।
देवभूमि उत्तराखंड की उभरती हुई नन्ही बाल गायिका शगुन उनियाल जिसने छोटी सी उम्र में ही देवभूमि उत्तराखंड से लेकर पूरे देश विदेश में अपने गीतों के माध्यम से अपने नाम के साथ साथ देवभूमि उत्तराखंड का नाम रोशन कर दिया है वैसे शगुन उनियाल...
रानीखेत भारत के उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक खूबसूरत हिल स्टेशन और एक छावनी शहर है।
रानीखेत भारत के उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक खूबसूरत हिल स्टेशन और एक छावनी शहर है। यह समुद्र तल से 1,869 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और यहाँ से हिमालय की चोटियों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। स्थानीय कुमाऊँनी भाषा में रानीखेत...
धनौल्टी उत्तराखंड का एक हिल स्टेशन है मसूरी से यह हिल स्टेशन 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। Dhanaulti is a hill station in Uttarakhand.
धनौल्टी उत्तराखंड का एक हिल स्टेशन है जो गढ़वाल हिमालय की तलहटी में स्थित है मसूरी से यह हिल स्टेशन 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। धनोल्टी टिहरी जिले की तहसील है। धनोल्टी मसूरी के पास एक छोटा सा और खूबसूरत हिल स्टेशन है,...
ग्राम पोखरी पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड। Pokhari Village Pauri Garhwal Uttarakhand.
वो शहर से नजदीक है पर दूरियां बहोत है, गाँव के लोग खुश है मगर मजबूरियां बहोत है।🥰🙏 ग्राम पोखरी पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड। Pokhari Village Pauri Garhwal Uttarakhand.
उत्तराखंड में स्वरोजगार को प्रत्मिकता देते हुए। चलो मालू-सालू रिवाज को रोज़गार बनाते है।
उत्तराखंड में स्वरोजगार को प्रत्मिकता देते हुए। चलो मालू – सालू रिवाज को रोज़गार बनाते है चलो प्लास्टिक थर्माकोल छोड़ मालू – सालू अपनाते है ।। भागो नही जागो… चलो कुछ नया करते है। मालू सालू के पत्तों का प्रयोग करते है। पर्यावरण को भी...
पंत भोजनालय कोसनी – यहाँ आपको प्यार और आदर्श को मिलावट करके खाना दिया जाता है।
यहाँ आपको प्यार और आदर्श का मिलावट करके खाना दिया जाता है अगर आप यहाँ आये तो भूल कर भी ना खाये ना रुके क्यूंकि आपको इनके प्यार की लत लग जाएगी और आप दीवाने होजाएंगे….बात 7 जुलाई की है ज़ब मैं रानीखेत से कौसानी...
कानाताल मसूरी से दो घंटे की दूरी पर ऐसी जगह है जहाँ आप भागदौड़ भरी ज़िंदगी से दूर प्रकृति को महसूस कर सकते हैं ।
कानाताल अधिक लोकप्रिय मसूरी से दो घंटे की दूरी पर, कनाताल एक ऐसी जगह है जहाँ आप भागदौड़ भरी ज़िंदगी से दूर होकर छिपे हुए जंगल की खोज कर सकते हैं। टपकती धाराओं के किनारे भोजन कर सकते हैं, घास के मैदानों पर ध्यान लगा...
Jauljibi Mela in Dharchula tehsil of Pithoragarh district.
Jauljibi Mela in Dharchula tehsil of Pithoragarh district, Jauljibi boasts of a rich historical heritage as a local trade fair. It is a border town, with a minor market on the India-Nepal border.
मिलिए, युवा व्यवसायी योगेश बधानी और ऋचा डोभाल से, जिन्होंने घर की रसोई से शुरू किया काम।
उत्तराखंड में स्वरोजगार! यह सुनते ही बहुत से लोग निगेटिव पहलु गिनाने लग जाते हैं। तर्क दिया जाता है कि जब बड़ी कंपनियां नहीं हैं तो हम अपना रोजगार कैसे खड़ा कर पाएंगे। यह चलेगा कैसे? अब सवाल यह कि एक धारणा बनाकर कुछ न...