1999 से पहले की एक खूबसूरत तस्वीर गांव बमराडी की तब हमारे गांव में पानी की बहुत ज्यादा परेशानी होती थी कभी पन्नगल के धारे से कभी बरवालं गांव कभी तिमंलांणी तो कभी गुगैयूं और कभी कभी बरनोली तक पानी के लिए जाना पड़ता था सुबह 4 बजे से रात के 10बजे तक लम्बी लम्बी लाईनो में लगने के बाद नम्बर आता था तभी सन् 2000 के आसपास श्री शंभू प्रसाद सकलानी जी ने बड़ी मशक्कत के बाद स्वजल की परियोजना लायी और गांव में पानी पहुंचाया और तब से ये तस्वीरें विल्पुत हो गई भले ही आज लोग बदल गये है लेकिन वो यादें आज भी है।