वैसे तो ये हरे भरे शान्त दिखेंगे पर ध्यान से देखोगे तो इनके चीखने चिल्लाने की आवाज सुनाई देगी। कुछ मत करो बस अच्छे स्कूल,अस्पताल डॉक्टर के साथ,रोड और रोजगार की व्यवस्था कर दो।
नई टिहरी में पय्यां (पदम) के फूलों की बहार। Bloom of Payyan (Padma) flowers in New Tehri.
नई टिहरी में हर वर्ष की भांति इस बार भी शरद – शिशिर में पय्यां (पदम) के फूलों के बाहर छा गई है। कुछ सालों से ये हफ्ते से दो हफ्ते पहले खिलने लगे हैं। दूसरी यह बात भी नोटिस की गई है कि पेड़...
कुमाऊँ में दीपावली पर ऐपण डालने की परम्परा। Tradition of applying Aipan on Diwali in Kumaon.
उत्तराखण्ड के कुमाऊँ अंचल में दीपावली के अवसर पर घरों में ऐपण डालने की लोक परम्परा है . ऐपण के लिए सबसे पहले चावलों को आवश्यकतानुसार भिगाया जाता है . उसके बाद उन्हें सिलबट्टे पर बारीक पीस लिया जाता है . पीसने के बाद उसका...
पौडी गढ़वाल रिखणीखाल रथुवाढाबा – तिलक बहादुर चाय ”चाहा” वाले।
पहाड़ियों की पहली पसन्द है चाय और हर जगह की कोई न कोई चीज जरूर फेमस होती है। ऐसे ही रथुवाढाब में तिलक बहादुर की चाय ,,चाहा,, बहुत फेमस है। ये बहुत पुरानी दुकान है, कोटद्वार से जो भी बस जीप इस मोटर मार्ग से...
यह है पहाड़ का स्विमिंग पूल हमारे यहां इसे डिग्गी बोलते हैं। This is the mountain swimming pool, we call it diggi here.
यह डिग्गी इसलिए बनाया जाता है जो पानी इसमें इकट्ठा होता है दो-तीन दिन में उसे खेतों की सिंचाई की जाती है और बच्चों के नहाने के लिए स्विमिंग पूल भी बन जाता है आप नहाए कभी ऐसे डिग्गी में बल
पहाड़ों में महिलाओं की मेहनत कढ़कती धूप में दिन भर घास का काटना।
पहाड़ों में महिलाओं की मेहनत कढ़कती धूप में दिन भर घास का काटना साथ में शाम को 40 kg का बोझ पीठ पर ले जाना वास्तव में पहाड़ों का जीवन बहुत ज्यादा व्यस्त और कठिनाई भरा है क्या आपने अपने काम को खत्म कर दिया...
यह है उत्तराखंड की “पहाड़ी थार” “Pahadi Thar” 90 के दशक मे पहाड़ौ मे राज करती थी।
यह है उत्तराखंड की “पहाड़ी थार” “Pahadi Thar” 90 के दशक मे पहाड़ौ मे राज करती थी।
उत्तराखंड में हिमपात होने के कारण पठाल के ढालदार मकान बनाए जाते हैं।
पहले पुराने पहाड़ी की घर सुंदरता उत्तराखंड के हिमालयी इलाकों में हिमपात होता है, इसलिए यहां पठाल के ढालदार मकान बनाए जाते हैं, ताकि बर्फ पिघल कर नीचे फिसल जाए। क्या आपके वहां अभी भी ऐसे घर बनते हैं पहले पुराने घर कितने सुन्दर लगते...
स्वरोजगार:पौड़ी जिले के बीरोंखाल के श्री दीनदयाल बिष्ट ने अपने बगीचे में लगभग दो सौ पेड़ कीवी लगा डाले।
स्वरोजगार: पौड़ी जिले के सीमांत ब्लॉक बीरोंखाल के राजकीय इंटर कालेज बैजरो में प्रवक्ता रसायन विज्ञान के पद पर कार्यरत श्री दीनदयाल बिष्ट जी ने बागवानी में अपनी कार्यकुशलता और कड़ी मेहनत से एक बड़ी मिशाल कायम की है। श्री दीनदयाल बिष्ट जी के बगीचे...
आखिर क्या मजबूरी रही होगी इतना अच्छा मकान और उसपे दुकान फिर भी इसको छोड़कर शहरों में पलायन करके चले गए।
गाँव के बीच में रोड (1971) साइड पर इतना अच्छा मकान और उसपे दुकान फिर भी इसको छोड़कर शहरों में पलायन करके चले गए आखिर क्या मजबूरी रही होगी इस परिवार की।