सांगलाकोटि गांव पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड। Sanglakoti Village, Pauri Garhwal, Uttarakhand.
ग्राम – तोल्यूडांडा, विकासखंड- रिखणीखाल, जनपद- पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड।
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के ग्राम – तोल्यूडांडा, विकासखंड- रिखणीखाल, जनपद- पौड़ी गढ़वाल। यह गांव सीमांत में बसा है जिसमें आज भी 100 से 120 परिवार रहते है और पूरे क्षेत्र में मक्के की खेती के लिए प्रसिद्ध हैं। पलायन रहित गांव।
Tridiva, Gwaldam, Chamoli Uttarakhand.
Tridiva, Gwaldam, Chamoli Uttarakhand.
पत्थर वाला घर (पत्थर वालु कुडू) अब विलुप्त होते जा रहे हैं उत्तराखंड के पहाड़ों से।
पत्थर वाला घर (पत्थर वालु कुडू) अब विलुप्त होते जा रहे हैं उत्तराखंड के पहाड़ों से।
पर्यटन की दिशा में आगे बढ़ता उत्तराखंड का सुन्दर गांव इसोटी, पौड़ी गढ़वाल।
पर्यटन की दिशा में आगे बढ़ता उत्तराखंड का सुन्दर गांव इसोटी, पौड़ी गढ़वाल।
मुंगरी के साथ कखड़ी की बेल।
मुंगरी के साथ कखड़ी की बेल।
उत्तराखंड के गाँवों में आज भी लोग कैसे अलग तरह से सोचते हैं इसकी एक उदाहरण।
गाँवों में आज भी लोग कैसे अलग तरह से सोचते हैं, इसका एक उदाहरण एक कारीगर से कुछ पहाड़ी रिंगाल की टोकरियाँ बनवायीं थीं। छोटा सा ऑर्डर था, जिसने बनाई वो पहले तो उत्तरकाशी से अपने आप वो सब देने देहरादून आए और साथ में...
विलुप्त होती घर के छत लगाने की प्राचीन और भरोसेमंद विधि स्लेट।
विलुप्त होती घर के छत लगाने की प्राचीन और पक्की विधि सलेटों का स्थान अब चादरों ओर पक्के लंटरों ने ले लिया है न वह मिस्त्री रहे न वह सैल रहे न वह पुराने घर रहे जो सारे जो इक बनाई के रखे थे थोड़ा...
देवभूमि उत्तराखंड में पलायन के बाद ऐसे ही बहुत से घर आज विरान पड़ चुके हैं।
देवभूमि उत्तराखंड में पलायन के बाद ऐसे ही बहुत से घर आज विरान पड़ चुके हैं। ऐसे में बहुत दिनों से खाली पड़े ये घर भी अब धीरे-धीरे जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच चुके हैं। गांव की ऐसी तस्वीरों को देखकर दिल में बहुत दुःख होता...
कांडा गाँव, बागेश्वर, उत्तराखंड – Kanda Village, Bageshwar, Uttarakhand.
कांडा गाँव, बागेश्वर, उत्तराखंड – Kanda Village, Bageshwar, Uttarakhand.