पलायन की मार झेलता ये घर। पहाड़ो में ऐसे सेंकड़ों मकानों की जजर्र हालत बन गई है ।
पलायन की मार झेलता ये घर। पहाड़ो में ऐसे सेंकड़ों मकानों की जजर्र हालत बन गई है ।

पलायन की मार झेलता ये घर। पहाड़ो में ऐसे सेंकड़ों मकानों की जजर्र हालत बन गई है ।
बड़ेथ गांव, थलीसैंण ब्लॉक पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड
पहाड़ का स्वादिष्ट मसालेदार नमक पहुंच रहा है देश विदेशों तक जहां एक ओर राज्य में बेरोज़गारी चरम पर है और पर्वतीय क्षेत्रों के युवा बड़े बड़े महानगरों की ओर रुख कर रहे हैं वहीं राज्य के कुछ मेहनतकश वाशिंदों ने यह बात भी साबित...
पहाड़ को आज भी ऐसे ही लोग जिंदा कर सकते हैं जो अपने बंजर पड़े खेतों को आबाद कर स्वरोजगार पैदा कर रहे हैं। मटकुण्ड गांव,बीरोंखाल पौड़ी गढ़वाल की श्रीमती धनी कांति चंद और उनके पति विजय पाल चंद ऐसे ही मेहनतकश पहाड़ी बागवान हैं...
Green Road “हरी सड़क उत्तराखंड की” यह तकनीक उत्तराखंड से बाहर नहीं जानी चाहिये ।
सावन के पावन महीने मे जहां प्रकृति अपने पूरे यौवन में होती है वही पहाड़ों मे इसकी छटा और भी अधिक मनमोहक दिखाई देती है । जैसा की इस चित्र में दिखाई दे रहा है जो की उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सतपुली का है...
हमारे बुजुर्गों ने हमें विरासत में जो शिक्षाएं दी हैं उसमें यह जमीन पर बैठकर एक साथ भोजन करना सबसे अच्छी है इससे सभी लोगों में प्रेम बना रहता है और एक दूसरे का सहयोग होता है जो कि समाज को एकता के सूत्र में...