पहाड़ को आज भी ऐसे ही लोग जिंदा कर सकते हैं जो अपने बंजर पड़े खेतों को आबाद कर स्वरोजगार पैदा कर रहे हैं। मटकुण्ड गांव,बीरोंखाल पौड़ी गढ़वाल की श्रीमती धनी कांति चंद और उनके पति विजय पाल चंद ऐसे ही मेहनतकश पहाड़ी बागवान हैं...
1987 में बनी गढ़वाली सूपर हिट फ़िल्म बेटी ब्वारि कि पुरानी यादें भाई बलदेव राणा जी के साथ।
1987 में बनी गढ़वाली सूपर हिट फ़िल्म बेटी ब्वारि कि पुरानी यादें भाई बलदेव राणा जी के साथ।
उत्तराखंड में रिंगाल से स्वरोजगार की राह।
हिमालयी महाकुंभ नंदा देवी राजजात यात्रा में रिंगाल की छंतोली से लेकर रिंगाल के विभिन्न उत्पाद आज भी लोगों को बेहद भाते हैं। रिंगाल से जहां केवल पांच या छह प्रकार का सामान बनाया जाता था वहीं अब 200 से अधिक प्रकार का सामान बनाया...
Green Road “हरी सड़क उत्तराखंड की” यह तकनीक उत्तराखंड से बाहर नहीं जानी चाहिये ।
Green Road “हरी सड़क उत्तराखंड की” यह तकनीक उत्तराखंड से बाहर नहीं जानी चाहिये ।
Savan Ke Mahine mein Satpuli- Pauri Garhwal-Uttarakhand ka adbhud 👌 nazara.
सावन के पावन महीने मे जहां प्रकृति अपने पूरे यौवन में होती है वही पहाड़ों मे इसकी छटा और भी अधिक मनमोहक दिखाई देती है । जैसा की इस चित्र में दिखाई दे रहा है जो की उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सतपुली का है...
बुजुर्गों ने हमें विरासत में जो शिक्षाएं दी हैं उसमें यह जमीन पर बैठकर एक साथ भोजन करना सबसे अच्छी है
हमारे बुजुर्गों ने हमें विरासत में जो शिक्षाएं दी हैं उसमें यह जमीन पर बैठकर एक साथ भोजन करना सबसे अच्छी है इससे सभी लोगों में प्रेम बना रहता है और एक दूसरे का सहयोग होता है जो कि समाज को एकता के सूत्र में...
तुंगनाथ पहाड़ी उत्तराखंड के गढ़वाल में केदारनाथ के पास स्थित एक ऊंची पहाड़ी.
तुंगनाथ Tungnath तुंगनाथ पहाड़ी उत्तराखंड के गढ़वाल में केदारनाथ के पास स्थित एक ऊंची पहाड़ी है। यहां चोपाटी चट्टी के पास 12080 फीट ऊंचाई पर भगवान शिव का एक मंदिर स्थित है। यह भारत का सबसे ऊंचा मंदिर है, जिसके कारण तुंगनाथ का नाम सार्थक...