Home » Archive by category "Uttarakhand Tourism" (Page 17)

पहाड़ को आज भी ऐसे ही लोग जिंदा कर सकते हैं जो अपने बंजर पड़े खेतों को आबाद कर स्वरोजगार पैदा कर रहे हैं।

पहाड़ को आज भी ऐसे ही लोग जिंदा कर सकते हैं जो अपने बंजर पड़े खेतों को आबाद कर स्वरोजगार पैदा कर रहे हैं। मटकुण्ड गांव,बीरोंखाल पौड़ी गढ़वाल की श्रीमती धनी कांति चंद और उनके पति विजय पाल चंद ऐसे ही मेहनतकश पहाड़ी बागवान हैं...

Continue reading »

उत्तराखंड में रिंगाल से स्वरोजगार की राह।

Ringal is creating new opportunities for self-employment in Uttarakhand

हिमालयी महाकुंभ नंदा देवी राजजात यात्रा में रिंगाल की छंतोली से लेकर रिंगाल के विभिन्न उत्पाद आज भी लोगों को बेहद भाते हैं। रिंगाल से जहां केवल पांच या छह प्रकार का सामान बनाया जाता था वहीं अब 200 से अधिक प्रकार का सामान बनाया...

Continue reading »

Savan Ke Mahine mein Satpuli- Pauri Garhwal-Uttarakhand ka adbhud 👌 nazara.

savan ke mahine me barish ke baad Satpuli Uttarakahnd ka ek bhavya drishya

सावन के पावन महीने मे जहां प्रकृति अपने पूरे यौवन में होती है वही पहाड़ों मे इसकी छटा और भी अधिक मनमोहक दिखाई देती है । जैसा की इस चित्र में दिखाई दे रहा है जो की उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सतपुली का है...

Continue reading »

बुजुर्गों ने हमें विरासत में जो शिक्षाएं दी हैं उसमें यह जमीन पर बैठकर एक साथ भोजन करना सबसे अच्छी है

It is best to eat together while sitting on the floor

हमारे बुजुर्गों ने हमें विरासत में जो शिक्षाएं दी हैं उसमें यह जमीन पर बैठकर एक साथ भोजन करना सबसे अच्छी है इससे सभी लोगों में प्रेम बना रहता है और एक दूसरे का सहयोग होता है जो कि समाज को एकता के सूत्र में...

Continue reading »

तुंगनाथ पहाड़ी उत्तराखंड के गढ़वाल में केदारनाथ के पास स्थित एक ऊंची पहाड़ी.

Tungnath uttarakhand

तुंगनाथ Tungnath तुंगनाथ पहाड़ी उत्तराखंड के गढ़वाल में केदारनाथ के पास स्थित एक ऊंची पहाड़ी है। यहां चोपाटी चट्टी के पास 12080 फीट ऊंचाई पर भगवान शिव का एक मंदिर स्थित है। यह भारत का सबसे ऊंचा मंदिर है, जिसके कारण तुंगनाथ का नाम सार्थक...

Continue reading »