मुनस्यारी (कुमाऊँनी: मुनस्यार) उप-मंडल मुख्यालय का नाम है, जो राजस्व गांवों का एक समूह है और यह भारत के पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी तहसील और उप-मंडल के रूप में पूरे क्षेत्र को भी संदर्भित करता है।
चोपता तुंगनाथ ट्रैक, डोगलभीटा, उत्तराखंड। Chopta Tungnath Track , Dogalbhita, Uttarakhand.
चोपता तुंगनाथ ट्रैक, डोगलभीटा, उत्तराखंड। Chopta Tungnath Track , Dogalbhita, Uttarakhand.
फूलों की घाटी चमोली, उत्तराखंड। Phoolon Ki Ghati Chamoli Uttarakhand.
एक ऐसी जगह है जहाँ प्रकृति अपने पूरे वैभव के साथ खिलती है और एक अद्भुत अनुभव प्रदान करती है। फूलों की घाटी चमोली।
पिथौरागढ़ के धारचूला ब्लॉक में स्थित तेजम गांव के पास एक पुल पर दो विदेशी यात्री।
1908: तेजम गांव के पास एक पुल पर दो विदेशी यात्री। यह गांव संभवतः अब पिथौरागढ़ के धारचूला ब्लॉक में स्थित है। यात्री पुल के वास्तुकार को देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं, जो बड़े पत्थरों (चट्टान) का उपयोग करके बनाया गया है।
भुल्ला ताल या भुल्ला झील, उत्तराखंड के लैंसडाउन में स्थित एक मानव-निर्मित झील है।
भुल्ला ताल या भुल्ला झील, उत्तराखंड के लैंसडाउन में स्थित एक मानव-निर्मित झील है। यह झील गढ़वाल राइफ़ल्स ने बनाई थी और यह युवा गढ़वालियों को समर्पित है भुल्ला ताल, लैंसडाउन मार्केट से दो किलोमीटर दूर है।
खूबसूरत हिल स्टेशन पौड़ी के नजदीक घुडदौडी व खोलाचौरी तेजी से नए पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहे हैं।
खूबसूरत हिल स्टेशन पौड़ी के नजदीक घुडदौडी व खोलाचौरी तेजी से नए पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहे हैं। यहां की सुंदर पहाड़ियां, शानदार बांज, बुरांश व चीड़ के जंगल व ठंडी-ठंडी हवा पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। जिस प्रकार हिल...
टंगड़ी के पास, जोशीमठ-चमोली मार्ग पर स्थित इस जगह को ‘पागल नाल’ कहा जाता है।
“टंगड़ी के पास, जोशीमठ-चमोली मार्ग पर स्थित इस जगह को ‘पागल नाल’ कहा जाता है। इसकी वजह है यहां का अनिश्चित जल प्रवाह, जो कभी भी तेज़ी से बढ़ जाता है और अचानक सूख जाता है। यहां का जलस्रोत मौसम और पहाड़ों के बदलते मिजाज...
कैलाश पर्वत का अभिभूत करने वाला दृश्य पिथौरागढ़ से।
कैलाश पर्वत का अभिभूत करने वाला दृश्य पिथौरागढ़ जिले में स्थित लिपुलेख दर्रे के पास से पथारोहण करके भारत तिब्बत सीमा पर अवस्थित पर्वत चोटी से।
जोसिमठ के पास चूंगी में खड़ा अद्भुत पत्थर।
प्रकृति की शक्तियों का एक अद्भुत नमूना, जोसिमठ के पास चूंगी में खड़ा यह विशाल पत्थर मानो सदियों से पहाड़ों की कहानियों को अपने भीतर समेटे हुए है। ये पत्थर न सिर्फ देखने में अद्वितीय है, बल्कि यह हमें प्रकृति की अप्रत्याशितता का भी एहसास...
यह है “पहाड़ी डाई फ्रूट” जिसे छीउनता भी कहा जाता है।
यह है “पहाड़ी डाई फ्रूट” जिसे छीउनता भी कहा जाता है। यह चीड़ के फल से बीज के रूप मे सारे जुंगलों मे फहल जाते है। इनके साथ यह पंख इन्हें जुंगलों मे दूर दूर तक फहल पर मदद करते है। यह हवा के साथ...