
टिहरी गढ़वाल के चमियाला निवासी उभरती युवागायिका ममता पंवार जिन्होंने होटल की नौकरी जैसे कई सुपरहिट गीतों समेत कई गढ़वाली गीतों को अपनी मधुर आवाज में पिरोया है। ममता पंवार एक जमीन से जुड़ी कलाकार हैं जो अपनी खेती-बाड़ी के साथ-साथ उत्तराखंड संगीत जगत में भी बेहतरीन कार्य कर रही हैं। अपनी लोक-संस्कृति और लोक परंपराओं से जुड़े कलाकार पहाड़ की पिड़ा और लोक-संस्कृति को अपने गीतों के माध्यम से पिरो सकते हैं। वास्तव में ऐसे कलाकारों को एक बड़ा मंच मिलना चाहिए जो सीधे अपने पहाड़ से जुड़े हो। उन्होंने बचपन में ही पिता को खोया लेकिन कभी हौसला नहीं खोया और गढ़वाली संगीत जगत में अपनी मेहनत से अच्छी खासी पहचान बनाई है।