
नेपाली नींबू – यह कागजी नींबू की ही उत्कृष्ट प्रजाति है जो नेपाली नींबू के नाम से जाना जाता है
कागजी नींबू और जमीर नींबू बिहार में खूब पाया जाता है आज तस्वीरों में जो दिख रहा है यह कागजी नींबू की ही उत्कृष्ट प्रजाति है जो नेपाली नींबू के नाम से जाना जाता है। इसका साइज परवल की तरह होता है देखने में बेहद सुंदर होता है इसकी खुशबू बहुत ही अच्छी होती है तथा रस से भरा हुआ होता है इसमें बीज की मात्रा कम होती है इसका इस्तेमाल नींबू का अचार बनाने में ज्यादा किया जाता है। बिहार की आबो हवा में इसका उत्पादन खूब होता है मध्य बिहार से लेकर मिथिलांचल उत्तर बिहार के बाकी जिलों में भी यह आपको आसानी से दिख जाता है। बाजार में यह आपको बाहर से आने वाले नींबू की अपेक्षा सस्ते दर्पण मिलता है इसका साइज बड़ा होता है तथा इसमें रस भी भरपूर होता है औसतन बाजार में यह आपको दो से ढाई रुपए पीस के हिसाब से मिल जाएगा वैसे बिहार में नींबू सक्रिय के हिसाब से बिकता है सावन भादो के महीने में ज्यादा उत्पादन होने के कारण एक रुपए पीस तक कीमत आ जाती है। अचारी का उत्पादन करने वाली कंपनियों ने बिहार के नींबू उत्पादकों को बड़ी राहत दी है बिहार में स्थानीय स्तर पर जिस तरह से आचार्य के व्यवसाय को शुरू किया गया है उसके बाद नींबू की खेती के प्रति लोग जागरूक हुए हैं जिसमें नेपाली वैरायटी का यह कागजी नींबू उत्पादन के दृष्टिकोण से सबसे बेहतर है। इसका पौधा आसानी से किसी भी नर्सरी में मिल सकता है बरसात के दिनों में इसका कलम भी लगाया जा सकता है 1 से 2 वर्षों में ही या फल देना शुरू कर देता है।