ये गजे सिंह जी है, उम्र में 66 साल के गजे सिंह जी का कोई एक ठिकाना नहीं है। ये पिछले कई सालों से चरवाहे का जीवन जी रहे हैं।
इनका जीवन जितना कठोर है उसकी कल्पना हम इसी बात से कर सकते हैं कि उच्च हिमालयी तिब्बत चीन बॉर्डर से इनका सफर शुरु होता है और साल भर बाद फिर वहीं पहुँच जाता है। सुनने में ये काम जितना रोमांचकारी लगता है करने में उतना ही मुश्किल है