पहाड़ का आदमी रिटायर होने के बाद अपनी जिंदगी भर की कमाई पूंजी देहरादून-दिल्ली में मकान बनाकर क्यों खर्च कर देता है। उस पूंजी को वह अपने गांव (जहां उसकी जड़ें हैं) में मकान बनाकर सुकून भरा रिटायरमेंट जीवन बिता सकता है।
पहाड़ का आदमी रिटायर होने के बाद अपनी जिंदगी भर की कमाई पूंजी देहरादून-दिल्ली में मकान बनाकर क्यों खर्च कर देता है। उस पूंजी को वह अपने गांव (जहां उसकी जड़ें हैं) में मकान बनाकर सुकून भरा रिटायरमेंट जीवन बिता सकता है।