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उत्तराखंड के बागेश्वर के मल्ली व तल्ली खरे के बीस गाँवों में परम्परागत तांबे के बर्तन बनाते हैं।

उत्तराखंड में मूलतः के बागेश्वर तहसील के अन्तर्गत मल्ली व तल्ली खरे के बीस गाँवों में परम्परागत तांबे के बर्तन बनाते हैं। सर्वेक्षणों के अनुसार पिथौरागढ़ जनपद के गंगोलीहाट, थल, बेरीनाग आदि में ९४ परिवार पूरी तरह तांबे के बर्तन इत्यादि को बनाकर इस कला...

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उत्तराखंड की 9वीं की छात्र की कलाकारी देखिए चीड़ की पत्तियों से बनाई खूबसूरत टोकरियाँ।

कौन कहता है कि हमारे पहाड़ों के बच्चों में टैलेंट की कमी है? ज़रा मिलिए अल्मोड़ा की रहने वाली इंटर कॉलेज की छात्रा ईशा से, जिसने अपनी कला से यह साबित कर दिया है कि लगन और रचनात्मकता से कुछ भी संभव है। ईशा ने...

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प्रभा देवी: एक अनपढ़ महिला, जिसने खड़ा कर दिया पूरा जंगल! Prabha Devi: An illiterate woman who created an entire forest!

प्रभा देवी शायद पढ़ी-लिखी नहीं हैं, और उन्हें अपनी जन्मतिथि तक नहीं मालूम — लेकिन प्रकृति को लेकर उनका ज्ञान किसी विश्वविद्यालय से कम नहीं। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के पलशाट गांव की 76 वर्षीय प्रभा देवी ने अकेले दम पर एक पूरा जंगल तैयार...

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हर्षिल वैली उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री के रास्ते में बसी एक शांत और सुंदर घाटी।

हर्षिल वैली उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री के रास्ते में बसी एक शांत और सुंदर घाटी है। ये जगह अपने सेब के बागानों, बर्फ से ढकी पहाड़ियों और ठंडी जलवायु के लिए जानी जाती है। यहाँ का वातावरण बहुत शांत और ठंडा होता है,...

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ना फिल्टर का शोर, ना ब्रांड का मोल। बस पहाड़ों का पानी प्रकृति की सबसे अनमोल देन।

ना फिल्टर का शोर, ना ब्रांड का मोल। बस पहाड़ों का पानी प्रकृति की सबसे अनमोल देन। शुद्धता की पहचान, रूह की प्यास बुझाने वाला।

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छोड़ आया हूँ मैं गांव की 1000 गज में बनी हवेली, शहर में 100 गज के मकान को अपनी तरक्की बताता हूँ, तिबारी गांव की। 

छोड़ आया हूँ मैं गांव की 1000 गज में बनी हवेली, शहर में 100 गज के मकान को अपनी तरक्की बताता हूँ, तिबारी गांव की। 

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