हमारे पहाड़ की तस्वीर है अड़ोस पड़ोस के बुजुर्ग लोग एक साथ बैठकर हँसते हँसाते हुए अपनी अपनी कहानी एक दूसरे हो सुना रहे है। यह भी एक ऐसी उम्र है जिससे हर किसी को गुजरना पड़ता है।
हमारे पहाड़ी अड़ोस पड़ोस के बुजुर्गों की तस्वीर- हमारी संस्कृति।

हमारे पहाड़ की तस्वीर है अड़ोस पड़ोस के बुजुर्ग लोग एक साथ बैठकर हँसते हँसाते हुए अपनी अपनी कहानी एक दूसरे हो सुना रहे है। यह भी एक ऐसी उम्र है जिससे हर किसी को गुजरना पड़ता है।
दो दिन के लिए बहू बारात में शामिल होने गॉंव आयी और सास ससुर का प्यार देखिए सारे संतरे सारे दाल सारे आलु और जितनी दाल घर में तीन महीनों से सम्भाली थी सब कट्टो में भर दी और पड़ोस पेंछा (उधार ) घी लेकर...
पठाल उत्तराखंड के पारंपरिक घरों की छतों मे इस्तेमाल होने वाला विशेष प्रकार का पत्थर होता है। जिसे पहाड़ों से ही निकाल जाता है। पहाड़ी शैली मे बने पठाल वाले घर मजबूत और पर्यावरण के अनुकूक होते है। सर्दियों मे गर्म और गर्मियों मे घर...
1.चन्द्रबदनी 2. नाग मंदिर 3. लक्ष्मी नारायण मंदिर 4. बागेश्वर महादेव चन्द्रबदनी मंदिर, चंद्रकूट पर्वत, टिहरी गढ़वाल. शिव मंदिर, नाग गाँव, जामणीखाल, टिहरी गढ़वाल. लक्ष्मी नारायण मंदिर, गौमुख, पौड़ी खाल, टिहरी गढ़वाल बागेश्वर महादेव, नौसा बागी, टिहरी गढ़वाल
ये हैं पौड़ी गढ़वाल के चौंदकोट क्वीई गाँव की नूतन तन्नू पंत। नूतन पंत सरकारी नौकरी छोड़ अपने पहाड़ों में मशरुम उत्पादन, खेती बाड़ी,पशुपालन, सब्जी उत्पादन, बागवानी आदि कर लाखों रुपए कमा रही हैं जो और लोगों के लिए एक उदाहरण है।
नैनबाग, टेहरी में श्री यमुना जी – नैनबाग, टेहरी गढ़वाल, उत्तराखंड में यमुना नदी का दृश्य।
Gwad Village near Khirsu, Pauri Garhwal
ग्राम बंगाली, पंचायत चौरा विकासखंड थैलिसैण जनपद पौड़ी गढ़वाल में झँगोरा, मंडुआ एवं धान की फसल
पलायन की मार झेलता ये घर। पहाड़ो में ऐसे सेंकड़ों मकानों की जजर्र हालत बन गई है ।
अगर कभी घर से दूर देहरादून शहर में पहाड़ के पारंपरिक व्यंजनों को खाने का मन हो तो आइए, रिस्पना पुल से 1 किलोमीटर आगे हरिद्वार रोड शास्त्री नगर के सामने एक छोटी सी दुकान “बूढ़ दादी” पर जहाँ, पौड़ी गढ़वाल निवासी डोभाल दम्पति द्वारा...