पहाड़ों में बना पुरानी शैली के सुन्दर मकान। Beautiful old style house built in the mountains.
पहाड़ों में बना पुरानी शैली के सुन्दर मकान। Beautiful old style house built in the mountains.

पहाड़ों में बना पुरानी शैली के सुन्दर मकान। Beautiful old style house built in the mountains.
1885: एक ईसाई मिशनरी पत्रिका के कवर पेज पर नैनीताल झील की तस्वीर।यह फोटो ईसाई मासिक समाचार पत्र, हीथेन वूमन फ्रेंड में प्रकाशित हुआ। बोस्टन, मैसाचुसेट्स की यह वूमन्स फॉरेन मिशनरी सोसायटी इस पत्रिका का प्रकाशन करती थी।
ये हैं उत्तराखंड के चमोली गढ़वाल में छोटे से गांव दुपटोली के रहने वाले दर्शन लाल। दर्शन लाल हस्त शिल्प कलाकार है और वो इसी से अपना घर चलाते हैं दर्शन लाल ने अपनी हाथों की कलाकारी से कई सामानों को बनाया है। ये वस्तुएं...
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल मार्ग पर जितने भी रेलवे स्टेशन होंगे लोकल निवासी से अनुरोध हैं की वहां की जमीन किसी को ना बेचे वरना आप वहां बाद में नौकर बनकर रह जाएंगे !
⚱भारत में हजारों साल की पानी पीने की जो सभ्यता है वो गिलास नही है, ये गिलास जो है विदेशी है. गिलास भारत का नही है. गिलास यूरोप से आया। और यूरोप में पुर्तगाल से आया था। ये पुर्तगाली जबसे भारत देश में घुसे थे...
1868: यह यमुनोत्री घाटी के ग्रामीणों की सबसे पुरानी तस्वीरों में से एक है। 1868 में देहरादून में खींची गई इस तस्वीर में दो ग्रामीण अपने पारंपरिक कपड़ों में दिखाई दे रहे हैं। वे खेतों में काम करते थे। यह तस्वीर पीपुल ऑफ इंडिया पुस्तक...
यहाँ आपको प्यार और आदर्श का मिलावट करके खाना दिया जाता है अगर आप यहाँ आये तो भूल कर भी ना खाये ना रुके क्यूंकि आपको इनके प्यार की लत लग जाएगी और आप दीवाने होजाएंगे….बात 7 जुलाई की है ज़ब मैं रानीखेत से कौसानी...
उत्तराखंड में ऐसे घरों को “बाखली” पहाड़ी घरों का समूह होता है जिनमे कई परिवार रहते है।
शहरों में पूरा जीवन इसलिए भटकते रहे की एक दिन बहुत सारा पैसा कमा के फिर सुकून से रहूंगा लेकिन जब सुकून का समय आता है यमराज का नोटिस आ जाता है । लेकिन हम लोगो को भगवान ने सौभाग्य से उत्तराखंड में इसलिए जन्म...
1945- मसूरी में मुलिंगर की एक शानदार तस्वीर। ऐसा कहा जाता है कि कैप्टन यंग ने मसूरी की स्थापना के शुरुआती वर्ष में मुलिंगर का निर्माण करवाया था। 1886 में फिलेंडर स्मिथ इंस्टीट्यूट इसी परिसर से संचालित होता था। यह तस्वीर 15 दिसंबर 1945 को...