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उत्तराखंड दुगड्डा से पौड़ी मार्ग के गांव एसे सैकड़ों साल पुराने मकान आज भी समय की मार से बचे हुए है। 

“नया नो दिन पुराना सौ दिन” उत्तराखंड दुगड्डा से पौड़ी मार्ग के गांव एसे सैकड़ों साल पुराने मकान आज भी समय की मार से बचे हुए है। 

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सुबह सबेरे 6:00 बजे अपना पौड़ी। Our Pauri at 6:00 in the morning.

Pauri
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