आजकल सड़कों के किनारे कहीं पहाड़ी सब्जियां और पहाड़ी कखड़ी कोई पहाड़ी भाई या बहन बेचते हुए दिखे तो जरूर खरीदें।🙏 हां थोड़ा महँगा जरूर होगा पर शुद्ध ऑर्गेनिक होगा।😊 मेहनत तो रहती ही है साथ ही जंगली जानवरों से भी बचाते हैं।🙏
Related posts:
कैसे पड़ा सतपुली (नयार घाटी) का नाम, क्या है सतपुली का इतिहास ?
उत्तराखंड में गावों में शादी ब्याह में अभी भी गांव के लोग मिल जुल कर काम करते है।
देसी शराब के एक ब्रांड का नाम काफल और माल्टा पर रखे जाने पर उत्तराखंड में कुछ लोगों की भावनाएं को ठे...
1987 में बनी गढ़वाली सूपर हिट फ़िल्म बेटी ब्वारि कि पुरानी यादें भाई बलदेव राणा जी के साथ।