गांव में आजकल बैलों की कोई जरूरत नहीं है छोटे ट्रैक्टर टिलर से काम चल रहा है और बहुत अच्छा चल रहा है जो लोग खेती कर रहे हैं और मेहनत से फसलें उगा रहे हैं वो अच्छा अनाज खाते है,साफ पानी पीते हैं और स्वस्थ जीवन जीते हैं।
Related posts:
बागेश्वर के श्री इन्द्र सिंह धामी द्वारा बनाया गया चीड़ के बगेट से गागर।
Uttarakhand Latest
यह बॉलीवुड ऐक्टर दीपक डोबरियाल जो पौड़ी गढ़वाल के सतपुली से नाता रखते हैं।
Uttarakhand Latest
उत्तराखंड में रिंगाल से स्वरोजगार की राह।
Uttarakhand Tourism
बीरोंखाल की श्रीमती धनी कांति चंद और उनके पति विजय पाल चंद बने पहाड़ों में स्वरोजगार की मिसाल।
Uttarakhand Latest
बागेश्वर जिले के बिजोरिया ग्राम निवासी श्री इन्द्र सिंह धामी ने बनाया चीड़ के छाल का गागर (गगेरी) व ...
Uttarakhand Latest
हिमालय के उत्तराखंड में नैनीताल झील के मनोरम दृश्य (1890 के दशक)। Panoramic view of Nainital Lake i...
Culture
Tamlaag Village Gangwadsyu Pauri Garhwal Uttarakhand. ग्राम तमलाग पौड़ी गढवाल से गगवाड़स्यूँ घाटी का न...
Uttarakhand Latest
पहले जहां पर खूब अच्छी खेती होती थी वहाँ आज पानी न होने के कारण खेत बंजर हो चुके हैं।
Agriculture
रुद्रप्रयाग की गुंजन खोनियाल ने पास करी पीसीएस परीक्षा, बनी असिस्टेंट कमिश्नर।
Uttarakhand Latest