हरीश ने तैराकी में बनाया रिकॉर्ड।
टिहरी बांध की झील में सबसे लंबी और सबसे तेज तैराकी का रिकॉर्ड हरीश गिरी के नाम हो गया है। टिहरी के हमारे साथी हरीश गिरी ने टिहरी बांध की झील में करीब 18 किलोमीटर की दूरी बिना लाईफ जैकेट 8 घंटे में पूरी कर रिकॉर्ड बनाया है।
हरीश गिरी टीएचडीसी में जूनियर अधिकारी के रूप में वोट स्कॉड में तैनात हैं। कुशल बोट चालक के साथ ही कुशल तैराक भी माने जाते हैं। सभी तरह की बोट के कुशल चालक हैं।
टिहरी में एक बार बरसात में भिलंगना नदी के प्रचंड बहाव में हरीश के नदी पार करने की खूब चर्चाएं होती थी। उनका घर नदी के किनारे सतेश्वर शिव मंदिर परिसर में ही स्थित था। पुरानी टिहरी के पिछली पीढ़ी के साथियों को याद दिला दूं कि हरीश सतेश्वर मंदिर के महंत परिवार के रामचंद्र गिरी के पुत्र हैं और नई पीढ़ी के लोग हरीश को नई टिहरी की रामलीला में हनुमान की भूमिका में देखते रहे हैं।
ख़ास बात यह है कि इन दिनों टिहरी बांध का जलस्तर सर्वाधिक लगभग 829 मीटर पार कर गया है।ऐसे में बांध की झील में तैराकी समुद्र में तैरना जैसा ही है। सुबह 8:00 बजे शुरू हुई तैराकी शाम 4:00 बजे समाप्त हुई और तब टिहरी में कोटी कॉलोनी से चिन्यालीसौड़ तक पहुंच गए। सड़क से इस दूरी को वाया चंबा पार किया जाए तो 3 से 3.5 घंटे लग जाते हैं, जोकि करीब 80 किमी होगी।
हरीश के साथ ही मोटणा गांव के चर्चित त्रिलोक सिंह रावत के परिवार के तीन सदस्यों ने भी यह दूरी करीब 9 घंटे में पूरी की। त्रिलोक सिंह और उनके पुत्र ऋषभ और पारस ने भी यह दूरी पूरी की। हालांकि त्रिलोक सिंह और ऋषभ गत वर्षो से भी झील में तैराकी करते रहे हैं लेकिन इस बार तैराकी की दूरी लगभग दोगुनी थी। साहसिक खेल विभाग द्वारा यह आयोजन किया गया है।
लंबी दूरी की तैराकी टिहरी बांध की झील में नए आकर्षण का केंद्र बन सकती है। हरीश और मोटणा गांव के रावत परिवार को शुभकामनाएं।