Home » Uttarakhand Latest » उत्तराखंड पहाड़ों में स्वरोजगार को अपनाकर पहाड़ के लोग आत्मनिर्भर बन सकतें हैं।

उत्तराखंड पहाड़ों में स्वरोजगार को अपनाकर पहाड़ के लोग आत्मनिर्भर बन सकतें हैं।

वाकई ऐसे ही लोगों की जरूर है जो अपने बंजर पड़े खेतों को आबाद कर स्वरोजगार पैदा कर दे। मटकुण्ड गांव,बीरोंखाल पौड़ी गढ़वाल की श्रीमती धनी कांति चंद और उनके पति विजय पाल चंद ऐसे ही मेहनतकश पहाड़ी बागवान हैं जो आज बागवानी के बल पर आत्मनिर्भर हैं।

Related posts:

उत्तराखंड की चार फेमस महिला यूट्यूबरस, आपकी पसंदीदा व्लॉगर कौन हैं ?

Culture

उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल चंबा गांव थान बिडोन की माताओं बहनों ने शुरू किया स्वरोजगार

Uttarakhand Latest

रुद्रप्रयाग जनपद के तीनों भाई-बहनों ने यूट्यूब पर अपना कैरियर बना कर एक मिसाल पेश की।

Uttarakhand Latest

चमोली नंदा नगर (घाट) में नाबालिग के साथ अश्लील हरकत करने वाले को बिजनौर से गिरफ्तार कर लाई पुलिस।

Uttarakhand Latest

अल्मोड़ा के रानीखेत की रेखा लोहनी पांडे हैं उत्तराखंड की पहली महिला टैक्सी ड्राइवर।

Uttarakhand Latest

इंजीनियर प्रवीन और उनकी पत्नी सोनी को नहीं पता था कि यह उनका आखिरी सफर होगा।

Uttarakhand Latest

देवभूमि उत्तराखंड में पलायन के बाद ऐसे ही बहुत से घर आज विरान पड़ चुके हैं।

Uttarakhand Latest

उत्तराखंड के जंगलों में मिलने वाला आंवला अब शहरों में 200 रुपये से 300 रुपये तक।

Uttarakhand Latest

खतरनाक पहाडी की पगडंडी पर बसा पौड़ी जिले का अंतिम गांव डोबरी अपने आप बहुत सुंदर हैं।

Uttarakhand Tourism
यह भी पढ़िये :-  उत्तराखंड के जंगलों में मिलने वाला आंवला अब शहरों में 200 रुपये से 300 रुपये तक।

About

नमस्कार दोस्तों ! 🙏 में अजय गौड़ 🙋 (ऐड्मिन मेरुमुलुक.कॉम) आपका हार्दिक स्वागत 🙏 करता हूँ हमारे इस अनलाइन पहाड़ी 🗻पोर्टल💻पर। इस वेब पोर्टल को बनाने का मुख्य उद्देश्य 🧏🏼‍♀️ अपने गढ़ समाज को एक साथ जोड़ना 🫶🏽 तथा सभी गढ़ वासियों चाहे वह उत्तराखंड 🏔 मे रह रहा हो या परदेस 🌉 मे रह रहा हो सभी के विचारों और प्रश्नों/उत्तरों 🌀को एक दूसरे तक पहुचना 📶 और अपने गढ़वाली और कुमाऊनी संस्कृति 🕉 को बढ़ाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*