Home » Culture » हमारे बड़े-बुजुर्ग कहते थे चाहे कितनी ही विपत्ति आ जाए पर अपने पूर्वजों की घर कुड़ी मत बेचना।

हमारे बड़े-बुजुर्ग कहते थे चाहे कितनी ही विपत्ति आ जाए पर अपने पूर्वजों की घर कुड़ी मत बेचना।

नमस्कार दोस्तो हमारे बड़े-बुजुर्ग कहते थे चाहे कितनी ही विपत्ति आ जाए पर अपने पूर्वजों की घर कुड़ी मत बेचना क्योंकि ये पितृभूमी ही एकदिन काम आयेगी. अपने गाँव का ठंडा पानी खुली हवा और शांत वातावरण मित्रो हमारी जन्मभूमी हमारे पहाड़ में ही हमारे प्राण बसे हैं. हम कहीं भी रहें पर हर शुभ कार्य अपनी जन्मभूमी में उसी रिती रिवाज के साथ अपने भाई विरादरों के बीच ही करें, क्योंकि इसी में हमारे पूर्वजों के प्राण बसते हैं. इससे जो सकारात्मक उर्जा मिलेगी वो हमारे वंश में पीढी दर पीढी ट्रान्सफ़र होती चली जायेगी. साल में 1-2 महीने वहीं बितायें,दोस्तो मेरी आपसे यही अपील है कि पहाड़ में अपनी घर कुड़ी को फिर से आबाद करे इस तरह बंजर न छोड़े🙏

यह भी पढ़िये :-  टेस्ला पाई मोबाइल-मोबाइल को चार्जिंग और इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं है।

Related posts:

देवभूमि उत्तराखंड की उभरती हुई नन्ही बाल गायिका शगुन उनियाल।

Uttarakhand Latest

आज दादी जी की वृद्ध पेंशन मिली बल अर दादी जी अपड़ी दगड्या दगड़ी सीधा चाउमीन खाँण बाजार पहुँचगि

Uttarakhand Latest

पहाड़ का आदमी रिटायर होने के बाद अपनी जिंदगी भर की कमाई पूंजी देहरादून-दिल्ली में मकान बनाकर क्यों खर...

Culture

सुरती हिल स्टेशन गुजरात राज्य के सूरत जिले के निकट स्थित एक प्राकृतिक स्वर्ग।

Culture

ये है अनिता नेगी, उत्तराखंड के पौड़ी जिले अंतर्गत गरूड़ चट्टी नीलकंठ मार्ग पर पिछले 30 सालों से पकोड़े...

Uttarakhand Latest

Tomik Village Munsiyari Uttarakhand - मुनस्यारी के तोमिक गांव का सुंदर नजारा।

Our Village

पौडी गढ़वाल रिखणीखाल रथुवाढाबा - तिलक बहादुर चाय ''चाहा'' वाले।

Uttarakhand Latest

बाल मिठाई अल्मोड़ा उत्तराखंड की बहुत स्वादिष्ट मिठाई है और बच्चों में भी बहुत लोकप्रिय है।

Culture

स्वरोजगार:पौड़ी जिले के बीरोंखाल के श्री दीनदयाल बिष्ट ने अपने बगीचे में लगभग दो सौ पेड़ कीवी लगा डाले...

Agriculture

About

नमस्कार दोस्तों ! 🙏 में अजय गौड़ 🙋 (ऐड्मिन मेरुमुलुक.कॉम) आपका हार्दिक स्वागत 🙏 करता हूँ हमारे इस अनलाइन पहाड़ी 🗻पोर्टल💻पर। इस वेब पोर्टल को बनाने का मुख्य उद्देश्य 🧏🏼‍♀️ अपने गढ़ समाज को एक साथ जोड़ना 🫶🏽 तथा सभी गढ़ वासियों चाहे वह उत्तराखंड 🏔 मे रह रहा हो या परदेस 🌉 मे रह रहा हो सभी के विचारों और प्रश्नों/उत्तरों 🌀को एक दूसरे तक पहुचना 📶 और अपने गढ़वाली और कुमाऊनी संस्कृति 🕉 को बढ़ाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*